एमपी में मामा का मैजिक बरकरार
मध्य प्रदेश में मामा का जलवा अब भी बरकरार है, इसकी झलक उपचुनाव के नतीजों से दिख गई है। शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा ने उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया। मध्य प्रदेश के खंडवा लोकसभा उपचुनाव और कांग्रेस के गढ़ जोबट (अजजा) और पृथ्वीपुर विधानसभा उपचुनावों में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार विजय हासिल की, जबकि कांग्रेस को रैगांव (अजा) उपचुनाव में विजय से ही संतोष करना पड़ा। रैगांव में भी भाजपा जीतने में कामयाब रहती, मगर पार्टी में बगावत के सुर ने भाजपा को जीतने से रोक दिया। यह जीत इसलिए भी अहम है, क्योंकि उपचुनाव के दौरान शिवराज सिंह चौहान ही पार्टी के स्टार प्रचारक बने रहे।
हिमाचल में भाजपा को बड़ा झटका, जयराम ठाकुर रहे फेल
भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ा झटका तो हिमाचल प्रदेश में लगा है। नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुगाहटों के बीच हिमाचल प्रदेश में भाजपा चारों खाने चित हो गई है। भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका देते हुए विपक्षी दल कांग्रेस ने तीनों विधानसभा सीटों फतेहपुर, अर्की और जुबल-कोटखाई और मंडी लोकसभा सीट पर जीत हासिल कर ली। इस विधानसभा और लोकसभा उपचुनाव के नतीजों ने साफ बता दिया है कि हिमाचल के लोगों में जयराम ठाकुर के चेहरे पर अब भरोसा नहीं रहा। मंडी लोकसभा सीट से भाजपा के राम स्वरूप शर्मा ने 2019 लोकसभा चुनाव में 4,05,000 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। हिमाचल प्रदेश में करारी हार मिलने के बाद एक बार फिर से नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को बल मिला है। माना जा रहा है कि भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में किसी अन्य चेहरे के साथ जाना चाहेगी।
असम में हिमंत का जादू
असम के उपचुनाव में हिमंत बिस्वा सरमा की लीडरशिप का जादू देखने को मिला। असम के पांच विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव में सभी सीटों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अगुवाई वाले गठबंधन ने जीत हासिल की। भाजपा तीन सीटों पर विजय रही तो दो विधानसभा सीटें उसकी सहयोगी यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के खाते में गईं। उपचुनाव के नतीजों के बाद, 126 सदस्यीय असम विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है जबकि यूपीपीएल के आठ विधायक हो गए हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन में दूसरे सहयोगी, असम गण परिषद के नौ विधायक हैं। उसने उपचुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। विपक्षी खेमे में, कांग्रेस का संख्या बल 27 है, एआईयूडीएफ के 15, बीपीएफ के तीन और माकपा का एक विधायक है। एक निर्दलीय विधायक भी है।
महाराष्ट्र में भी MVA मजबूत
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे का चेहरा अब भी मजबूत है और इसकी बानगी उपचुनाव के नतीजों में दिख गई। महा विकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस ने उपचुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त दी है। महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले की देगलूर (सुरक्षित) सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार जितेश रावसाहेब अंतापुरकर की जीत के साथ ही पार्टी का इस सीट पर कब्जा बरकरार रहा। जितेश के पिता तथा इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार रावसाहेब अंतापुकर के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराए गए थे।
संजय श्रीवास्तव-प्रधानसम्पादक एवम स्वत्वाधिकारी, अनिल शर्मा- निदेशक, शिवम श्रीवास्तव- जी.एम.
सुझाव एवम शिकायत- प्रधानसम्पादक 9415055318(W), 8887963126