अधिकारियों की घोर उपेक्षा का शिकार है कोंच विद्युत कार्यालय

अधिकारियों एवं जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण विद्युत वितरण व्यवस्था हुई राम भरोसे
शोसल डिस्टेंस का नहीं हो रहा है पालन,मन माने तरीके से बढ़ाए जाते हैं बिजली बिल फरियादी काटते रहते हैं कार्यालय के चक्कर नहीं होती है सुनवाई
पवन याज्ञिक + संजय गोस्वामी

उरई(जालौन): जनपद के कोंच नगर में वर्तमान समय में कोरोना संकट और भीषण गर्मी दोनों के बीच पिस रहे आम आदमी की सहनशीलता धीरे धीरे जवाब देने लगी है l बीते दिन यंग भारत में छपी खबर ‘विद्युत विभाग लापता’ के बारे में जब गहराई से जानकारी की गई तो हाथी के दांत खाने के कुछ दिखाने के कुछ वाली कहावत सही होती नजर आई l आज जब द यंग भारत की टीम विद्युत विभाग उपखंड कोंच पहुंची तो वहां का दृश्य देखकर अजीब लगा l वहां पर न तो कार्यालय का नाम लिखा और न ही कोई उपखंड या बिजली विभाग होने का बोर्ड? बाहर से पता ही नहीं लगा सकते है कि विद्युत आपूर्ति कार्यालय है या कुछ और?? सोशल डिस्टेंस की खुलेआम धज्जियां उड़ती हुई नजर आई। जहां लोगों को कोरोना और संक्रमण की जानकारी देने वाला कोई नहीं था और शायद विभाग और उसके कर्मचारियों की जिम्मेदारी तो बिल्कुल ही न हो l वही मौजूद पवन नाम के एक व्यक्ति ने बताया कि विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी आवश्यकता होने पर फ़ोन भी नहीं उठाते हैं। फिर चाहे तार टूटे या फॉल्ट हो जाए या फिर कोई बड़ी दुर्घटना हो जाए किन्तु फोन नहीं उठता है l कार्यालय के अंदर दलालों का जमावाड़ा बराबर लगा रहता है या यूं कहें कि कमियां छुपाने के लिए दलाल बंधे हुए है l इस संबंध में जब उपखंड अधिकारी गौरव कुमार से बात की गई तो उन्होने बताया कि अधिक लोड होने से विद्युत सप्लाई में परेशानी आ रही है। जिससे बार बार कटौती करनी पड़ रही है किन्तु बढ़े लोड को कम करने वाली समस्या के समाधान पर ध्यान नहीं गया l कार्यालय के नाम के संबंध में बताया कि काम चल रहा है और बहुत जल्द पूरा हो जाएगा l जबकि असल बात तो यह है कि कार्यालय के नामकरण को लेकर मीडिया ने कई बार चेताया किन्तु विभाग कुंभकरण की नींद से जागे तब कुछ हो पाए l कई गांवो में 250 से 300 रुपये लेकर मीटर तो लगाए गए किन्तु कनेक्शन के नाम पर मात्र खानापूर्ति हुई जिस बारे में उन्होने बताया कि कार्यवाही चल रही है l फिलहाल कुछ समय पूर्व आए नवउपखंड प्रभारी विद्युत विभाग कोंच की चरमराई विद्युत व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है बल्कि और अधिक खराब हो गई हैl

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