ऐतिहासिक मोठ के किले की भूमि पर हो रहा है अधाधुंध कब्जा

प्राचीन मोठ किला
मोंठ किले के मैदान में कौन करा रहा कब्जा, प्रदेश सरकार के निर्देश पर भूमाफियाओं पर कार्रवाई की आड़ में गरीबों को थमा रहे नोटिस, दबंगों को करा रहे कब्जा
झांसी में भूमाफियाओं के हौसले बुलंद
झाँसी: जहां पर देश की सरकार प्रदेश में भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की बात कर रही है, और कब्जा किए हुए लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी करने की कोशिश कर रही है। लेकिन बात की जाए झांसी जिले की तो झांसी जिले में भूमाफियाओं के हौसलों की दाद देनी होगी। कि आज भी खुलेआम प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के कारण कब्जे पर कब्जे जमीनों पर किए जा रहे हैं और वह भी अधिकारियों की नाक के नीचे। कब्जा धारी अपने कब्जा जमा रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं।
प्रशासनिक अधिकारियों के नाक के नीचे हो रहा अवैध कब्जा।
झांसी के मोंठ नगर पंचायत इलाके में बने किले के मैदान में 11 दुकानों का निर्माण हो रहा है। जो दुकानों का निर्माण हो रहा है वह जमीन नगर पंचायत के अधीन नहीं है। फिर भी उस पर दुकानों का निर्माण कौन कैसे और किसके संरक्षण में करा रहा है। जिसकी अब तक किसी को कोई खबर तक नहीं है। फिलहाल में आपको बता दें कि इन दुकानों का निर्माण बड़ी तेजी से चल रहा है जो दुकाने किले के मैदान में बनााई जा रही हैं।
ईओ श्याम करण बोले मुझे नहीं पता कौन कर रहा कब्जा?
वहीं इस पूरे मामले पर नगर पंचायत के ईओ श्याम करण सिंह से बातचीत की गई तो श्याम करण सिंह का कहना है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि किसकी दुकानें बन रही है और कौन इन दुकानों को बनवा रहा है। अब सवाल यह है कि आपकी नगर पंचायत के अंतर्गत कोई भी कब्जा होता रहे और आपको उस कब्जे की भनक तक नहीं लगती। जब आपका इस प्रकार का जवाब है तो कहीं ना कहीं आपके जवाब पर सवालिया निशान खड़े हो जाते हैं कि आपकी कार्यशैली कहीं ना कहीं उदासीनता बरते हुए हैं। जिसके कारण इस प्रकार नगर में कब्जा हो रहा है और आपको उसकी जानकारी तक नहीं है।
स्वयं ईओ ने पर्ची डालकर दुकानें की थी वितरण और अब बोल रहे सफेद झूठ
अब एक बड़ा सवाल यह है कि जहां नगर पंचायत ईओ श्याम करण सिंह कह रहे कि उन्हें इस कब्जे की जानकारी तक नहीं है। जबकि आपको बता दें कि यह 11 दुकाने है, उन्होंने अस्थाई रूप से स्वयं ही पर्ची डालकर इन दुकानदारों को दी थी। जिसे हम नहीं बोल रहे साहब वह तस्वीर बयां कर रही है जिस तस्वीर में ईओ साहब पर्ची डालकर इन दुकानदारों को अस्थाई रूप से दुकान वितरण कर रहे है। और जब साहब से इस बारे में बातचीत की जाती है तो साफ कहते हैं मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। तो कहीं ना कहीं इस जवाब पर सवालिया निशान इसलिए खड़े हो रहे हैं, कहीं न कहीं इस मामले में ढोल की लंबी पोल नजर आ रही है। जिसमें नगर पंचायत के ईओ श्याम करण सिंह सीधा-सीधा सफेद झूठ बोलने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन सफेद झूठ पर वह काले धब्बे साफ तौर पर नजर आ रहे हैं जिसे वह छुपाने की कोशिश कर रहे हैं।
मोठ तहसीलदार का कहना है कि कहां हो रहा है कब्जा बताएं तो करेंगे कार्रवाई
वही जब इस पूरे मामले पर मोठ तहसीलदार से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि कहां और कैसे कौन कब्जा कर रहा है। मुझे तो कोई जानकारी तक नहीं है फिलहाल में किस जगह कब्जा हो रहा है। इसकी मुझे जानकारी दे दो तो मैं उसकी जानकारी करके कार्यवाही करवाता हूं। जब उन्हें बताया गया कि किले के मैदान में कब्जा हो रहा है तो कहते हैं कि वहां नगर पंचायत ईओ की जिम्मेदारी है। लेकिन जब ईओ से बातचीत की जाती है तो उन्हें तो कुछ पता ही नहीं है। तहसीलदार साहब जानकारी करेंगे और फिर बताएंगे।
प्रदेश सरकार के निर्देश पर भूमाफियाओं पर कार्रवाई की आड़ में गरीबों को थमा रहे नोटिस, दबंगों को करा रहे कब्जा
जबकि प्रदेश सरकार लगातार अवैध कब्जे हटाने की बात कर रही है। तो आपको बता दें कि प्रशासनिक मशीनरी ने इस अवैध कब्जे हटाने की आड़ में एक नया आयाम भी निकाल लिया है। जिसमें गरीबों को जमीन के नाम पर नोटिस थमा दिया जाता है और गरीबों को परेशान किया जाता है। जो अधिकारी दबंगों को संरक्षण दिए हुए हैं उनके ऊपर भी अवैध कब्जा करने के आरोप लग रहे हैं।
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