यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने जोड़-तोड़ की अपनी राजनीति को तेज कर दिया है. ऐसा ही कुछ चलन गोरखपुर में भी देखने को मिल रहा है. गोरखपुर में अभी कुछ दिन पहले ही बसपा से भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री जी एम सिंह और उसके बाद सजनवा नगर पंचायत अध्यक्ष के बाद, अब एक और बसपा के कद्दावर नेता की भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं.
पाला बदल सकते हैं नेताजी
नेता जी ने पूरे शहर में दीपावली और छठ पूजा सहित अन्य त्योहारों की शुभकामना संदेश के पोस्टरों से शहर को पाट दिया. इन पोस्टरों के बदले हुए रंग ने नेता जी के द्वारा पाला बदलने का संकेत देना शुरू कर दिया. अभी कुछ दिन पहले लखनऊ में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में इन नेता जी की उपस्थिति, और भाजपा के नेताओं के साथ बढ़ रही करीबी ने गोरखपुर के सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है.
जानिए 2017 में की क्या थी स्थिति
यहां 2017 के विधानसभा चुनाव में गोरखपुर की ग्रामीण विधानसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी विपिन सिंह ने चुनाव लड़ा था, और विपिन सिंह 2017 विधानसभा चुनाव में गोरखपुर ग्रामीण सीट से विधायक बनें, इसके अलावा समाजवादी पार्टी से विजय बहादुर यादव ने चुनाव लड़ा था, और बहुत कम वोट के अंतराल से विजय बहादुर यादव चुनाव हारे थे. विजय बहादुर यादव किसी जमाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी माने जाते थे.
संजय निषाद भाजपा के समर्थन से एमएलसी
तब के 2017 विधानसभा चुनाव में गोरखपुर ग्रामीण सीट से ही निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने भी अपने पार्टी के सिंबल तले चुनाव लड़ा, हालांकि अब संजय निषाद भी भाजपा के समर्थन से एमएलसी हैं और उनके पुत्र प्रवीण निषाद संतकबीरनगर संसदीय सीट से बीजेपी सांसद हैं
संजय श्रीवास्तव-प्रधानसम्पादक एवम स्वत्वाधिकारी, अनिल शर्मा- निदेशक, शिवम श्रीवास्तव- जी.एम.