गांव में बंद हुई बस सेवा, तो आठवीं की छात्रा ने लिख दी मुख्य न्यायाधीश को चिट्ठी

यंग भारत ब्यूरो
आठवीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा ने भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना को पत्र लिखकर गांव से स्कूल तक की बस सेवा फिर से शुरू करने की गुहार लगायी है. इस पत्र में बच्ची ने बताया है कि कैसे अब गांव से स्कूल तक की बस नहीं चलती जिसकी वजह से उसे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
मुख्य न्यायाधीश को लिखी चिट्ठी में तेलंगाना की रहने वाली पी वैष्णवी ने सीजेआई को लिखी चिट्ठी में कहा कि उसे और उसके भाई-बहनों को स्कूल और कॉलेज जाने में परेशानी हो रही है. इस पत्र को देखकर सीजेआई ने तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) को तुरंत इस मामले को सुलझाने का आग्रह किया है. इसके बाद टीएसआरटीसी ने रंगा रेड्डी जिले के गांव में बस सेवा शुरू कर दी.
रंगारेड्डी जिले के मंचल मंडल के चिदेदु गांव की रहने वाली वैष्णवी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि बस सेवा नहीं होने से उनके दोस्तों और अन्य ग्रामीणों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इस चिट्ठी में वैष्णवी ने अपनी परेशानी लिखते हुए बताया था कि बस बंद हो गयी तो उसे ऑटो से स्कूल जाना पड़ता है जिसका खर्च ज्यादा पड़ता है रिक्शा का खर्च वहन करने में उनका परिवार असमर्थ है. कोरोना संक्रमण ने पिता की जान ली है.
पिता का कोविड-19 की पहली लहर के दौरान कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया था और उसकी मां की आमदनी बहुत कम है. वैष्णवी के पत्र के जवाब में सीजेआई ने टीएसआरटीसी के एमडी वीसी सज्जनार को बच्चों के शिक्षा के अधिकार के सम्मान में छात्रों को स्कूल समय पर भेजने के लिए बस सेवा बहाल करने का निर्देश दिया.
सीजेआई को पत्र लिखने की पहल करने के लिए वैष्णवी की भी सराहना की. TSRTC ने आश्वासन दिया कि यह पूरे तेलंगाना राज्य में स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों के लाभ के लिए कनेक्टिविटी प्रदान करेगा.