ग्वालियर चंम्बलसंभाग की राजनीति मे डा गोविन्द सिंह का कद हुआ ऊंचा

अनिल शर्मा + संजय श्री वास्तव डा राकेश व्दिवेदी

नदियो और पर्यावरण बचाने तथा जन कल्याण के लिए अगलाचुनाव नालडने की घोषणा
डा गोविन्द सिंह लहार भिन्ड सीट से 7 बार लगातार विधायक बने वे कैबिनेट मंत्री भी रहे
डा गोविन्द सिंह लहार से कांगेॗस का अपराजेय योध्दा माना जाता है

भिन्ड:
ग्वालियर चंम्बल संभाग मे पूर्व कैबिनेट मंत्री और लहार (भिंड) क्षेत्र से लगातार 7 बार विधायक बने डा गोविन्द सिंह को लहार विधान सभा सीट का अपराजेय योध्दा माना जाता है | एैसे समय मे उन्होंने राजनीति मे 35 बर्ष रहने के बाद अगला चुनाव ना लडने की घोषणा कर राजनीतिके पंडितो तक को चौका दियाहै | उन्होंने यह घोषणा जल पुरुष के नाम से विख्यात राजेन्दॗसिह |कांग्रेस के राष्ट्रीय पॗवक्ता मोहन पॗकाश ,म पॗ के पूर्व पॗदेश अध्यक्ष अरुण यादव के के मि श्रा ,विनोद डांगा पूर्व विधायक हेमंत कटारे राघवेन्दॗ सिह|सहितसैकडो लोग मौजूद | वे सेवडा मे सिंधु नदी और मध्य पॗदेश की अन्य नदियो के बचाने के लिए पद यात्रा कररहेथे |डा गोविन्द सिंह ने कहा कि जिसतरह से नदियो मे अवैध खनन होरहा है |जिसतरह से पहाडो पर अवैध ढंग उन्हे तोड कर गिट्टी बनाई जारही है |जिसतरह से पेडो की अंधाधुध कटान हो रही है |इसके कारण पूरे क्षेत्र का पर्यावरण बिगड रहा है |नदियां सूख रही है |किसानो को सिंचाई हेतु पानी नही मिल रहा है | पेडो की अंधाधुंध कटान से समय पर बरसात नही हो रही है कभी|सूखा तो कभी बाढ का खतरा बना रहता है | इसलिए वो अपना बाकी जीवन नदियां बचाने ,पर्यावरण बचाने | और जनकल्याण के लिए लगाऐगे| उनकी इस घोषणा पर डा गोविन्द सिंह जिन्दाबाद केजोरदार और देरतक नारे लगते रहे | इस अवसर पर मुख्य अतिथि जल पुरुष राजेन्दॗ सिंह ने कहा जिसतरह से मनुष्य केशरीर मे फेफडे शुध्द आक्सीजन देने का काम करते है |इसतरह रेत नदी के फेफडो की तरह काम करती है |रेत पानी को सोखती है उसेसाफ करती है इससे नदी मेजलस्तर बढता है | |जलपुरुष श्रीसिंह ने कहा की जलकल्यात के लिए डा गोविन्द सिंह का दूसरा जनम हुआ है | राजकुमार सिध्दार्थ राजा के पुत्र थे | वेराज कुमार थे |ज्यादा से ज्यादा वे भी राजा बन जाते |लेकिन जनकल्याण के लिए राजकुमार सिध्दार्थ ने जब अफना पूरा जीवन लगा दिया तो वू फिर सिध्दार्थ से पूरी दुनिया के लिए तथागत गौतम बुध्द होगए | आज परी दुनिया मेकरोडो करोडो लोग भगवान बुध्द कके बथाए रास्ते पर चलते हे|

गोविंद सिंह लहार कृषि मंडी समिति के वर्ष 19 79 सदस्य बने। इसके बाद वे वर्ष 1984 से 86 तक जिला सहकारी बैंक भिंड के संचालक रहे। वर्ष 1985 से 87 तक नगर पंचायत लगाला हार के अध्यक्ष रह। वर्ष 10 और 1985 में वे दो बार लहार विधानसभा सेदो बार चुनाव लड़े लेकिन सफल नहीं हो पाए। वर्ष 1990 में जनता दल के टिकट पर वे लहार विधानसभा से फिर चुनाव लड़े और जीते लेकिन राजनीति के खिलाड़ी डॉक्टर गोविंद सिंह ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली और वर्ष 1993 में वह इसी लहार सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते इसके बाद वे लगातार लहार सीट से 7 बार चुनाव जीते और और तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बने डॉक्टर गोविंद सिंह की लहार विधानसभा क्षेत्र में जमीन स्तर पर इतनी अच्छी पकड़ है कि वर्ष 1990 के बाद एक भी चुनाव नहीं हारे उन्हें इस क्षेत्र का अपराधी योद्धा कहा जाता है लेकिन जब वे अपने राजनैतिक जीवन की ऊंचाइयों पर है उसी समय उन्होंने अगला चुनाव न लड़ने की घोषणा करके जहां एक और राजनैतिक गो को चौंकाया वही यह घोषणा करके कि वह अपना बाकी जीवन नदियों और पर्यावरण को बचाने तथा जन कल्याण के लिए समर्पित करेंगे इस घोषणा के बाद डॉक्टर गोविंद सिंह का कद मध्य पॗदेश और और खासतौरपर ग्वालियर चंबल संभाग मे बहुत ऊंचा,होगया है |

संजय श्रीवास्तव-प्रधानसम्पादक एवम स्वत्वाधिकारी, अनिल शर्मा- निदेशक, डॉ. राकेश द्विवेदी- सम्पादक, शिवम श्रीवास्तव- जी.एम.

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