घर के कुत्तों पर देना होगा टैक्स: 50 हजार डॉगी मालिकों से 200 रुपए वसूलेगा नगर निगम; सड़क पर मलत्याग कराया तो खुद करेंगे साफ

वाराणसी: अब आपको अपने घर के रक्षक टाइगर, टॉमी, जिमी, रोमी का भी टैक्स देना होगा। वाराणसी में पालतू कुत्तों की निगरानी स्थानीय सरकार करेगी, मगर पब्लिक को अब हर साल 200 रुपए पालतू कुत्तों को रखने का टैक्स भरना होगा। ऐसा न करने पर निगम आपके डॉगी को जब्त कर लेगा। वाराणसी नगर निगम ने यह कदम शहर में बढ़ते पालतू कुत्तों की संख्या को देखते हुए उठाया है। यह नियम आज यानी 13 नवंबर 2021 से प्रभावी कर दिया गया है। अनुमान है कि इस नियम का असर शहर के 50 हजार से ज्यादा लोगों पर पड़ने वाला है।
कुत्तों के रजिस्ट्रेशन के समय मालिक को उसका वैक्सीनेशन डिटेल और चार्ट वेटनरी डॉक्टर के जरिए देना होगा। इस चार्ट का रिन्यूअल हर साल निगम को उपलब्ध कराना होगा। वहीं नियम के अनुसार यदि किसी का पालतू कुत्ता सार्वजनिक जगहों पर मलत्याग करता है तो उसे साफ करने की जिम्मेदारी भी मालिक की होगी। ऐसा न करने वालों के खिलाफ शिकायत होने पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
निगम कार्यालय में होगा रजिस्ट्रेशन
लोगों को अपने पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन निगम कार्यालय में जाकर अनिवार्य रूप से करवाना होगा। इसके बाद खास नंबर वाला मेटल कुत्ते के गले में डालकर रखना होगा। निगम अधिकारियों ने बताया कि इस समय शहर में ऐसे कई घर हैं, जहां चार-पांच कुते रहते हैं। ज्यादातर लोग कुत्तों को सुबह के समय बाहर निकाल देते हैं और मोहल्ले भर में गंदगी फैलाते हैं।
ऐसा पहली बार नहीं
नगर निगम में पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन कराने का प्रावधान पहले से है। पहली बार ऐसा नहीं हो रहा है। जब निगम इनसे टैक्स वसूलने की योजना तैयार की है। कुत्तों पर व्यापक सर्वे किया जाएगा, जो टैक्स नहीं देगा उसे नोटिस भेजा जाएगा। रजिस्ट्रेशन न कराने या टैक्स समय पर न देने पर निगम 25 रुपए रोजाना से लेकर अधिकतम 5 हजार तक का जुर्माना भी वसूल सकता है। इसके बाद भी रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया तो निगम उसके कुत्ते को अपने कब्जे में ले सकता है।
शहर में 260 कुत्तों का ही रजिस्ट्रेशन
नगर निगम में अभी सिर्फ 260 कुत्तों का रजिस्ट्रेशन है। जबकि इनकी संख्या लगभग 50 हजार है। अधिकारियों की मानें तो पालतू कुत्तों की वास्तविक संख्या जानने के लिए निगम इनका सर्वे कराने जा रहा है। विभागीय टीम घर-घर जाकर कुत्तों की जांच करेगा। शहर में कुत्ता बेचने वाले डॉग कैनल की संख्या भी बढ़ गई है। इसलिए निगम इनके मालिकों से भी खरीद बिक्री का डेटा कलेक्ट करेगा।
जल्द शुरू होगा सर्वे
पशु चिकित्साधिकारी डा. अजय प्रताप सिंह के अनुसार, शहर में पालतू कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसके चलते शहर में ज्यादा गंदगी हो रही है। ऐसे लोगों पर नजर रखी जाएगी। साथ ही सालाना टैक्स भी वसूला जाएगा। इसके लिए शहर में बहुत जल्द ही सर्वे शुरू होने जा रहा है। इस काम को तेजी से पूरा किया जाएगा।
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