उरई (जालौन)।दर दर भटकती गौवंशो का सहारा जालौन बाईपास चौराहा बनता जा रहा है। जबकि चौराहा से कुछ ही पर बोहदपुरा में ही बनी लाखों की लागत से गौशाला सफेद हाथी साबित हो रही है।
जहाँ एक ओर सरकार गौवंशों को संरक्षित करने के लिए लाखों रुपए पानी की तरह बहा रही है तो वही इसका लाभ उन तक नही पहुच रहा है कोतवाली उरई क्षेत्र के जालौन रोड स्थित ग्राम बोहदपुरा बनी गौशाला इस समय सफेद हाथी साबित हो रही। नगर के चारो ओर अन्ना गौवंश सड़को पर भूख और प्यास से दर दर भटकने को मजबूर है नगर चौराहा से जालौन चौराहे तक सड़क के बीचों बीच अन्ना जानवर अपना आशियाना बनाये हुए है इसके चलते कई अन्ना गौवंश दुर्घटना ग्रस्त हो गई है तो वही दोपहिया वाहन भी अन्ना जानवरो की चपेट में आकर घायल हो रहे है नगरपालिका की उदासीनता के चलते अन्ना जानवर गौशाला में संरक्षित नही हो पा रहे है और उन्हें मजबूरन सड़को पर अपना आशियाना बनाना पड़ रहा है।
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