पहले शराब पार्टी, फिर हैवानियत की हद पार

पीलीभीत: बरखेड़ा क्षेत्र स्थित गन्ने के खेत में होनहार छात्रा का रक्तरंजित शव जिस हालत में पड़ा मिला, वह हैवानियत की हद पार करने की गवाही दे रहा है। बिटिया के शरीर पर मिले चोटों के निशां हैवानियत ही इंतहा चीख-चीखकर बयां कर रहे हैं। मौके पर मिले सुबूतों कह रहे हैं कि दरिदों ने पहले शराब पार्टी की। उसके बाद नाबालिग बिटिया पर राक्षस बनकर टूट पड़े। इतना ही नहीं, अपने मकसद में सफल होने के बाद उन्हें भेद खुलने का डर सताया तो बिटिया को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया।
बरखेड़ा थाना से तकरीबन तीन किलोमीटर दूर एक गांव में रहने वाली सोलह साल की लड़की बारहवीं की छात्रा थी। उसके संघर्ष और आगे बढ़ने की ललक इससे ही साफ पता चलती है कि वह रोजाना सुबह साइकिल से पहले कोचिग जाती। फिर कालेज का रुख करती। कालेज से छुट्टी के बाद दूसरी कोचिग पढ़कर ही शाम तक घर लौटती थी। रोज की तरह शनिवार सुबह भी वह साइकिल लेकर कोचिग के लिए घर से निकली थी, लेकिन वहां नहीं पहुंची। देरशाम उसके वापस नहीं लौटने पर परिवार वालों ने खोजबीन की तो बिटिया नहीं, उसका रक्तरंजित शव बरामद हुआ।
गांव से पांच सौ मीटर दूर हुई अनहोनी
गांव से तकरीबन पांच सौ मीटर गन्ने के खेत में वह दरिदों के हाथ चढ़ गई थी। उसके साथ हैवानियत का जानलेवा खेल खेला गया था। मौके पर ही बीयर की चार बोतलें तथा नमकीन आदि पड़ी थी। माना जा रहा है कि छात्रा को दरिदों ने कब्जे में लेकर पहले हलक में बीयर का सुरूर उतारा। फिर उनके सिर पर हैवान सवार हो गया। छात्रा की आबरू को तार तार करने के बाद बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है, उससे आरोपितों के आसपास क्षेत्र के निवासी होने की भी आशंका है। घटना के बाद रात में ही अपर पुलिस अधीक्षक डा. पवित्र मोहन त्रिपाठी, सीओ बीसलपुर प्रशांत सिंह तथा बरखेड़ा थाना प्रभारी निरीक्षक धीरज सिंह सोलंकी सहित फोर्स मौके पर पहुंच गया। आनन-फानन में पुलिस ने छात्रा के शव को पोस्टमार्टम भिजवा दिया। साथ ही इस मामले में पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की थी, बाद में हत्या और सामूहिक दुष्कर्म सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। बावजूद पुलिस के रवैये से मृतका के स्वजन में आक्रोश है। डाक्टर बनना चाहती थी बिटिया, हाईस्कूल में पाए 73 फीसद अंक
यूं तो नाबालिग छात्रा का परिवार साधारण है, लेकिन माता-पिता बच्चों की पढ़ाई के प्रति बेहद जागरूक हैं। यही वजह है कि मृतका का बड़ा भाई इंजीनियरिग की पढ़ाई कर रहा है, जबकि छात्रा इंटर में पढ़ रही थी। बारहवीं पास करने के बाद मेडिकल की तैयारी कराने की योजना चल रही थी। छात्रा शुरू से ही होनहार थी। हाईस्कूल की परीक्षा में उसने 73 फीसद अंक हासिल किए थे। वह तो डाक्टर बनना चाहती थी। वह अक्सर अपने माता पिता से कहती थी कि अच्छे नंबरों से पास होने पर उसे डाक्टरी पढ़ने के लिए बाहर भेजना। अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए वह तड़के पांच बजे उठकर तैयार होने के बाद कोचिग के लिए कस्बे में पहुंच जाती थी। अफसोस, हैवानियत के आगे देश की एक और निर्भया के सपने तार-तार होकर दम तोड़ गए। अंतिम संस्कार से इन्कार, स्वजन ने मांगी पोस्टमार्टम रिपोर्ट
पोस्टमार्टम के बाद छात्रा का शव रविवार की शाम करीब छह बजे गांव पहुंचा। परिवार वालों ने दरिदों की गिरफ्तारी होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया, जिससे पुलिस में खलबली मच गई। मामले की सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक डा. पवित्र मोहन त्रिपाठी, सीओ बीसलपुर प्रशांत सिंह समेत पांच थानों की पुलिस गांव में पहुंच गई। वहीं क्षेत्रीय विधायक तथा अन्य दलों के नेता भी गांव में पहुंच गए। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि परिवार वालों से बात हुई है, उन्होंने सोमवार की सुबह शव का अंतिम संस्कार करने की बात कही है। साथ ही परिवार के लोगों को आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी कर मामले का राजफाश करने का आश्वासन दिया गया है। समाजवादी पार्टी के नेता पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने मृतका के स्वजन से मुलाकात की। राजनीति भी गरमाई
नाबालिग छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की सनसनीखेज वारदात को राजनीतिक मुद्दा बनाने की भी कोशिश की जा रही है। प्रमुख विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं। सपा, कांग्रेस, बसपा सहित अन्य दलों के बड़े नेता इस घटनाक्रम के बारे में लगातार अपडेट ले रहे हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के भी किसी भी समय गांव पहुंचने की संभावना है। हालांकि, कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरप्रीत चब्बा ने संकेत नहीं दिया है।
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