महाराजपुरा के मनरेगा मजदूरों ने कलेक्ट्रेट में डाला डेरा, ग्राम प्रधान पर लगाये आरोप

एडीएम को जांच की मांग को लेकर सौपा ज्ञापन

उरई(जालौन): माधौगढ़ तहसील क्षेत्र के महाराजपुरा में ग्रामीणों ने मनरेगा में कार्य किया है लेकिन अभी तक ग्राम प्रधान पंचायत मित्र, सचिव के द्वारा कोई भुगतान नहीं किया गया है। इसी बात को लेकर मनरेगा मजदूरों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपनी आपबीती सुनाई।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान के द्वारा अगर मनरेगा पर काम करवाया जाता है तो मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया जाता है अगर भुगतान के लिए ग्राम प्रधान या सचिव या पंचायत मित्र से बात करते हैं तो वह अभद्रता भाषा का प्रयोग कर भगा देते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम में कार्य तो करवाए गए हैं लेकिन पूर्ण रूप से नहीं करवाए गए। सडक़ तो बनी है लेकिन आधीअधूरी जो गड्ढों और कीचड़ से भरी पड़ी हुई है। गांव में न किसी प्रकार की साफसफाई है और न ही गरीबों को शौचालय दिए गए हैं। महाराजपुरा के मनरेगा मजदूरों का आरोप है कि उन्होंने गांव में चौरासी दिन काम किया लेकिन उन्हें मजदूरी सिर्फ चालीस दिन की दी गई जिसमें भी भिखारी लाल, बलराम, केशकुंवर, राधेश्याम, राजेश पाल और हेतराम को एक भी दिन का भुगतान नहीं हुआ। ग्रामीणों ने प्रधान के खिलाफ परिसर में नारेबाजी की और कार्रवाई करने की मांग की जिस पर एडीएम ने निष्पक्ष जांच करवाकर न्याय दिलाने की बात कही है।

संजय श्रीवास्तव-प्रधानसम्पादक एवम स्वत्वाधिकारी, अनिल शर्मा- निदेशक, डॉ. राकेश द्विवेदी- सम्पादक, शिवम श्रीवास्तव- जी.एम.

सुझाव एवम शिकायत- प्रधानसम्पादक 9415055318(W), 8887963126