माधौगढ विधान सभा क्षेत्र से सपा, महान दल के 8 पॗमुख नेता दावेदार

अनिल शर्मा + संजय श्रीवास्तव
टिकट के लिए ऐडी चोटी का लगा रहे है जोर
उरई | इस समय समाजवादी पार्टी में सबसे ज्यादा टिकट की मारामारी मची हुई है | राजनीतिक पंडितों की नजर में आगामी विधानसभा चुनाव सत्तारूढ़ दल भाजपा और समाजवादी पार्टी और उसके सहयोगी गठबंधन के प्रत्याशियों के बीच होता नजर आ रहा है| इसके चलते समाजवादी पार्टी से विधानसभा चुनाव के लिए जिले की तीनों विधानसभाओं में प्रत्याशियों की जैसे बाढ़ आ गई है| इसके पीछे मोटा तर्क यह दिया जा रहा है की एक तो सपा का आधार वोट बैंक यादव और दूसरी बात भाजपा से खार खाया मुस्लिम वोट बैंक इस बार सपा के पक्ष में जाता स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ रहा है| इसके अलावा पॗदेश की भाजपासरकार के लखिलाफ किसान आंदोलन,लखीमपुर खीरी मे निर्दोष किसानो पर केन्दीॗय मंत्री के पुत्र और उनके साथियो व्दारा थार जीफ और अन्य चारपहिया वाहन चढॎकर 4 किसानो और एक पत्रकार को कुचल कर मार डालने का जघन्य आरोप है |जिसकी सुपीॗम कोर्ट उच्च सपसतरीय जांच करवा रही है | महंगाई और बेरोजगारी भी भाजपा सरकार के खिलाफ एक पॗमुख मुदृदा सभी विरोधी दलो ने बना रक्खा है| बहरहाल सबसे पहले माधौगढ विधान सभा की यदि बात करे तो इस सीट से 7 दावेदार सपा से जब कि एक दावेदार महान दल और सपा गठ बंधन से टिकट मांग रहा है | सबसे पहले यदि सपा महान दल गठ बंधन की बात करे तो पूर्व मंत्री हरिओम उपाध्यॎय टिकट मांग रहे है | मालूम हो कि वर्ष 2007 में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रहे हरिओम उपाध्याय ने भाजपा का दामन छोड़कर बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया था |और बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती ने इस विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए हरिओम उपाध्याय को बसपा से माधवगढ़ का प्रत्याशी बनाया था उनका यह निर्णय कारगर रहा और हरिओम उपाध्याय ने इस चुनाव में बाजी मारी और लंबे अरसे बाद सपा के बैनर तले किसी ब्राह्मण प्रत्याशी ने माधवगढ़ विधानसभा सीट से बसपा का नीला परचम फहराया| ब्राह्मण कार्ड के चलते बसपा सुप्रीमो मायावती को पहली बार अपने बलबूते इस विधानसभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत मिला |और वह 403 विधानसभा सीटों में से 206 सीटों पर रिकॉर्ड बहुमत से जीती थी |इसजीत से खुश होकर बसपा सुपीॗमौ सुश्री माया वती हरिओम उपाध्याय को अपने मंत्रि मंडल मे राजमंत्री बनाकर उनका राजनैतिक कद जिले मे ऊंचा कर दिया | इसके बाद श्री उपाध्याय कुछ वर्षो बाद फिर से अपने मूल राजनैतिक दल भाजपा मे लगभग 2014 मे लौट आए |पार्टी ने सपा शासन के दौरान वर्ष 2015_16 मे झांसी जालौन ललित पोर स्थानीय निकाय सीट से भाजपा एमलसी सीट कापॗत्याशीभी बनायाथा | बहर हाल अब पूर्व मंत्री श्री उपाध्याय महान दल और सपा के गठबंधन से माधौगढ विधान सभा सीट का टिकट मांग रहे |कालपी मे पिछले दिनोमहान दल और सपा की हुई ठक्कर बापा इंटर कालेज मे हुईसंयुख्त अधिकार रैली मे वाहनो और अपने समर्थकों की भीड और होर्डिंग ,कटआउट के माध्यम से महान दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य तथा सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को भी प्रभावित करनेकी पूरी कोशिश की थी| वे अब महान दल के राष्टीय अध्यक्ष के माध्यम से सपा महान दल गठ बंधन से यह टिकट पाने की गोटिया बैठा रहै | यदि सपा सुपॗरीमो ने बुंदेलखंड मे एक भी सीट यदि महॎष दल को दी तो हरिओम उपाध्याय को इसका लाभ मिलसकता | सपा से टिकट मागने वालो मे अशोक राठौर भी है |जो वर्तमान मे उत्तर प्रदेश वित्तविहीन शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हैं| किस संगठन में शिक्षक कर्मचारी परिवारों को मिलाकर पूरे प्रदेश में लगभग कई लाख परिवार है| इस संगठन के जिले में भी हजारों शिक्षकेतर कर्मचारी सदस्य है जो अशोक राठौर की एक बड़ी ताकत है | तौलक ( राठौर) समाजयसे आते है |जिसकी माधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में लगभग 40000 मतदाता की संख्या बताई जाती है| वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव और उसके बाद वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव तथा वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में तौलक राठौर समाज ने पूरे देश में लगभग 90% से अधिक वोट अपने समाज का नेता नरेंद्र मोदी को मानते हुए भाजपा को ही दिया था तब अशोक राठौर भी शिक्षक नेता के नाते भाजपा के साथ थे लेकिन अब वह पिछले कई वर्षों से खुलकर सपा में हैं और उसका यह प्रभाव है कि भाजपा केतौलक राठौर समाज के विधायक राकेश राठौर भी भाजपा छोड कर सपा मू शामिल होगए | सबसे बडी बात श्री राठौर ने जिले की माधवगढ़ विधानसभा गांव वार ऐसा ऐसा सोच और व्यापक सर्वे कराया है बताते हैं कि यह सर्वे देखकर खुद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी आश्चर्यचकित रह गए थे और उन्होंने श्री राठौर को माधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में जाकर काम करने को कहा था और पूरे प्रदेश में वित्तविहीन शिक्षक समाज को सपा के साथ इस विधानसभा में भी जोड़ने को कहा था | समाजवादी पार्टी यदि ओबीसी समाज में से इसी को टिकट देती है तो वित्तविहीन शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष अशोक राठौर का नाम पहले नंबर पर हो सकता है| इस सीट से युवा नेता लता ठाकुर बिरादरी के अच्छे पढ़े-लिखे तथा क्षेत्र के विकास में नई नई योजनाएं बनाने वाले राघवेंद्र प्रताप सिंह इस विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं| वे माधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खामखेड़ा के रहने वाले हैं वे मध्य प्रदेश की राजनीति के प्रमुख स्थल और पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह के रिश्ते में दामाद होते हैं| राघवेंद्र सिंह का कहना है कि यदि उन्हें एक बार इस क्षेत्र से सपा के टिकट पर विधायक बनने का मौका मिलता है तो वह इतना विकास कार्य कराएंगे जो आज तक इसके पहले किसी जनप्रतिनिधि ने ना कराया हो| इस सीट से रामपुरा राजराने के युवराज केशवेन्दॗ सिंह भी सपासे टिकट मांगने वाले पॗमुख दावेदार माने जार हे है |युवराज केशवेन्दॗ वर्ष 2102 मे सपा सीट से पॗत्याशी रह चुके है |इसचुनाव मेबसपा पॗत्याशी संतराम कुशवाहा ने बाजी मारी थी जब कि युवराज केशवेन्दॗ सिंह तीसरे नंबर पर रहेथे| इसके अलवा ठाकूर विरादरीसे पॗबल पॗताप सिंह अटागांव तथा मुकेश सिंह सेगर टिकट के पॗबल दावेदार बताऐ जारहेहै | इसके अलवा तेजतर्रार युवा नेता दीप राज गुर्जर भीईसटिकट के बडे दावेदार बताए जाते है| |उनकी सपा सुपॗरीमो से पिछलेएक दशक से अच्छी मुलाकात है | उन्हे विश्वास है कि टिकट उन्हे ही मिलेगा | इसविधान सभा से सपा से टिकट मांगने वाले अनिल वैघ भी है जो पॗसिध्द रंग कर्मी है |वे कोच इप्टा के अध्यक्ष भी है | किसी बडेरंग कर्मी और पॗख्यात समाज सेवी अनिल वैध की सामाजिक सारोकारो के पॗति पॗतिबध्ता जगजाहिर |एैसे लोगो का टिकट मांगना राजनीति की भयंकर जोड तोड के बीच एक ठंडी हवा के झोंका जैसा है |