मानवाधिकार संगठन के चेयरमैन भेजे गए जेल

बैरियर लगाकर वाहनों से कर रहे थे अवैध वसूली
विभिन्न विभागों में आरटीआई लगाकर ब्लैकमेलिंग का आरोप
अनिल शर्मा+संजय श्रीवास्तव+डॉ. राकेश द्विवेदी
उरई: मानवधिकार संगठन का स्वयं को चेयरमैन बताने वाले एट थाना क्षेत्र के ग्राम नरछा निवासी अरुण कुमार तिवारी पर आरोप है कि वो विभिन्न विभागों में अपना लेटरपैड लगाकर आरटीआई डालते थे और विभागों से लाभान्वित होते थे। बीती 29/05/2020 को अरुण कुमार तिवारी ने अधिशासी अभियंता लोकनिर्माण विभाग उरई अभिनेश कुमार को अपने लेटरपैड राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के चेयरमैन के नाते पत्र लिखा था और उसमें बताया था कि ग्रामीण मार्गों पर ओवरलोड ट्रैकों के गुजरने से मार्ग क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। नियमतः 9 टन भार तक के ही ट्रक निकल सकते हैं। इस पत्र के जवाब मे अधिशासी अभियंता ने अरुण कुमार तिवारी को ग्रामीणों का साथ लेकर बैरियर लगाने की बात कही थी ताकि ओवरलोड ट्रक न निकल सके। मगर आरोप है कि अरुण कुमार तिवारी बैरियर लागकर संगठन के चेयरमैन की धौंस में अपने गुर्गों के साथ ओवरलोड वाहनों से अवैध वसूली करने लगे। इसकी जानकारी जब विभाग को हुई तो एक्सप्रेस वे पर काम करवा रहे अधिकारी पंकज शर्मा पुत्र एस.के. शर्मा एवम ठेकेदारों ने मिलकर संगठन के चेयरमैन अरुण कुमार तिवारी के खिलाफ सरकारी कार्य मे बाधा एवम अवैध वसूली करने का शिकायती प्रार्थना पत्र एट थाना प्रभारी विनोद पांडेय को दिया। जिसपर थाना पुलिस ने धारा 386, 341, 353, 506 के तहत कार्यवाही करके ब्लैकमेलिंग के आरोप में तथा राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन का स्वयं को चेयरमैन बताने वाले अरुण तिवारी पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
मालूम हो कि अरुण तिवारी अपने संगठन की धौंस देकर तथा आरटीआई लगाकर विभिन्न विभागों से अपने गुर्गों के साथ उपरोक्त गैर कानूनी कार्य करता आ रहा है। अगर गहराई से जांच की जाए तो बहुत सारे मामले खुलकर सामने आ जाएंगे।
संजय श्रीवास्तव- प्रधानसम्पादक एवं स्वत्वाधिकारी, अनिल शर्मा- निदेशक, डॉ. राकेश द्विवेदी- सम्पादक