योगी सरकार का फैसला, पीएसी के डिमोट किए गए 890 जवान होंगे प्रमोट

लखनऊ: बीते दिनों पीएसी संवर्ग के जवानों का डिमोशन किए जाने के मामले में सीएम योगी ने गंभीरता दिखाई है. डिमोट किए गए जवानों को नियमानुसार प्रमोशन देने के निर्देश जारी किए गए. सीएम योगी ने कहा कि शासन को संज्ञान दिए बगैर जवानों को डिमोट करने का फैसला पुलिस बल के मनोबल को प्रभावित करने वाला है. लिहाजा, जिन कर्मचारियों को डिमोट किया गया है, उनके प्रमोशन किये जाएंगे.

कुछ दिनों पहले पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्मिक राकेश शंकर ने पत्र जारी कर मुख्य आरक्षी नागरिक सुरक्षा के पद पर प्रमोशन पाए पीएसी संवर्ग के 890 कॉन्स्टेबल को मूल संवर्ग के आरक्षी पद पर वापस किये जाने का आदेश जारी किया था. बता दें कि उत्तर प्रदेश में आरक्षी पद पर पीएसी संवर्ग व नागरिक पुलिस संवर्ग में भर्ती की जाती है. विभिन्न कार्यों के चलते पीएसी के आरक्षी को नागरिक पुलिस व नागरिक पुलिस के आरक्षी को पीएसी में तैनाती दी जाती है, लेकिन इस तैनाती के चलते उनके संवर्ग में किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया जाता है.

अधिकारियों का कहना था कि संवर्ग अलग होने के चलते अलग-अलग संवर्ग में चयनित आरक्षी की नियुक्ति व पदोन्नति की अलग-अलग व्यवस्था है. बावजूद इसके उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में पीएसी के आरक्षी नागरिक पुलिस में तैनात थे. इनमें से बड़ी संख्या में पीएसी के आरक्षी को मुख्य आरक्षी नागरिक सुरक्षा के पद पर पदोन्नति की लिस्ट में शामिल कर दिया गया.

विभाग ने इस तरह की पदोन्नति को नियम विरुद्ध माना था. इसके चलते पुलिस उपमहानिरीक्षक ने आदेश जारी कर नागरिक पुलिस में तैनात 890 पीएसपी के आरक्षी को मूल संवर्ग व पद आरक्षी पीएसी पर वापस किए जाने का आदेश जारी किया था. इन्हें नागरिक पुलिस में मुख्य आरक्षक के पद पर पदोन्नति की लिस्ट में शामिल किया गया था. वहीं जिन अधिकारियों ने इस तरह का निर्णय जारी किया था उनका उत्तरदायित्व निर्धारित कर शासन को आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है.

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