राज्यपाल ने महिलाओं और बालिकाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर जताई चिंता

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को राजभवन से भारतीय विचारधारा में महिला चिंतन व्याख्यानमाला का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया. दृष्टि स्त्री अध्ययन प्रबोधन केंद्र पुणे के तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्राथमिक शिक्षा, आंगनबाड़ी एवं उच्च शिक्षा में महिलाओं को विशेष स्थान दिया गया.
महिलाओं और बालिकाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर जताई चिंता
महिलाओं और बालिकाओं के प्रति बढ़ रहे अपराध पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह सभ्य समाज के लिये उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या और दहेज हत्या जैसे मामले समाज के लिए चिंता का विषय है. हम सभी को महिलाओं के सम्मान और उनकी सुरक्षा के लिये उचित कदम उठना होगा. देश की प्रगति के लिए महिला सशक्तिकरण आवश्यक है. अगर महिलाएं शक्तिशाली बनती हैं तो वे अपने जीवन से जुड़े हर फैसले स्वयं ले सकतीं हैं.
महिलाएं आर्थिक रूप से बनें आत्मनिर्भर
राज्यपाल ने कहा कि महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें और देश के विकास में अपना योगदान दें. आज हमें उन ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों की महिलाओं की ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, जो किन्हीं परिस्थितियों में विकास की मुख्यधारा से वंचित रहीं हैं और वे अपने अधिकारों के बारे में भी नहीं जानतीं. उन्होंने कहा कि ऐसी महिलाओं को केंद्र व राज्य सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी से अवगत कराया जाना चाहिए.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री की पहल पर सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद्मश्री निवेदिता भिडे, दृष्टि स्त्री अध्ययन प्रबोधन केंद्र, पुणे की सचिव अंजली देशपांडे, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय छात्रा प्रमुख ममता यादव सहित अन्य आनलाइन कार्यक्रम से जुड़े हुए थे.
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