उरई+झाँसी: कोरोना महामारी के चलते रेलवे एन.सी.आर के लगभग चालीस हजार संविदा मजदूर लॉक डाउन में अपने घरों को चले गए थे। इससे झाँसी से कानपुर तक की दोहरी करण और कानपुर से इलाहाबाद तक तिहरी करण, आगरा से मथुरा तक तिहरी करण का काम पिछड़ गया है। इसे देखते हुए इलाहाबाद जोन में काम कर रहीं तीनों कंपनियों ने अपने ठेकेदारों के माध्यम से सभी मजदूरों को काम पर वापिस बुलाया है। उन्हें हर तरह की सुविधा, आवास, कार्यस्थल पर ही भोजन आदि देने की भी व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है।
मालूम हो कि रेलवे के इलाहाबाद जोन में झाँसी से कानपुर तक रेलवे में दोहरी करण का काम वर्ष 2020 तक पूर्ण होना है। इसी तरह आगरा मंडल में आगरा से मथुरा तक तीसरी रेलवे लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था। इसी तरह इलाहाबाद मंडल में कानपुर से इलाहाबाद तक तीसरी रेलवे लाइन बिछाने का कार्य चल रहा था। इसी बीच कोरोना वायरस के कारण विश्व व्यापी महामारी फैली। इसके कारण देश में भी लॉक डाउन लगाया गया। इसके कारण रेलवे के इलाहाबाद जोन के झाँसी मंडल, आगरा मंडल एवम इलाहाबाद मंडल के लगभग चालीस हजार संविदा मजदूर वापिस अपने घरों को चले गए थे। जिसके कारण तीनों मंडलों में रेलवे लाइनों का दोहरी करण और तीसरी लाइन डालने का कार्य पिछड़ रहा है। इसीलिए इलाहाबाद जोन के जी.एम राजीव चौधरी ने इलाहाबाद जोन के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह के माध्यम से इलाहाबाद जोन के तीनों मंडलों में हो रहे रेलवे लाइनों के दोहरी और तिहरी करण के कार्य मे तेजी लाने के लिए आर.बी.एन.एल के अधिकारियों से तीनों कंपनियों क्रमशः के.ई.सी, जी.आर.एम तथा हैदराबाद की कंपनियों को जो इसमे काम कर रहीं हैं उनके सभी ठेकेदारों को मजदूरों को शीघ्र से शीघ्र वापिस काम पर बुलाने को कहा गया है। ताकि इलाहाबाद जोन के तीनों मंडलों में हो रहे दोहरी और तिहरी करण का कार्य शीघ्र पूरा किया जा सके। अब तीनों कंपनियों के अधिकारियों और ठेकेदारों ने मजदूरों को वापिस काम पे आने के लिए उन्हें रहने को आवास, कार्यस्थल पर भोजन देने का भी आश्वासन दिया है। कोरोना और लॉक डाउन के कारण जो मजदूर वापिस अपने घरों को चले गए थे उनकी पूंछ अब बढ़ गयी है। उन्हें कंपनी के ठेकेदार किसी तरह से भी वापिस लाने के प्रयास में लगे हुए हैं।