उरई(जालौन): जिले में एक बार फिर हाई स्कूल के परीक्षा परिणाम में रामजीलाल पांडे बालिका इंटर कॉलेज का दबदबा कायम रहा। जिले में पहले एवं दूसरे स्थान पर इसी विद्यालय की मेधावी छात्रा प्रियांशी श्रीवास्तव एवं वर्षा सिंह ने बाजी मारी। प्रियांशी श्रीवास्तव जहां जिले में अव्वल रही। वहीं वर्षा सिंह ने जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया। प्रियांशी श्रीवास्तव ने 92.17% अंक प्राप्त किए जबकि वर्षा सिंह ने 91.17% अंक प्राप्त किए इसी तरह तृतीय स्थान पर प्रतीक यादव ने 90.67 अंक लेकर जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। वही रामजीलाल पांडे बालिका इंटर कॉलेज की मेधावी छात्रा पारुल विश्वकर्मा ने 90.50 प्रतिशत अंक लेकर विद्यालय में तीसरा स्थान प्राप्त किया। जबकि इंटर की परीक्षा में सुमित सिंह चौहान जो सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज माधवगढ़ के छात्र हैं जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्होंने 87.40 प्रतिशत अंक लेकर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जबकि सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज उरई के छात्र हेमेंद्र दीक्षित ने 87% अंक पाकर जिले में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। वही शिवम कुमार एसआर इंटर कॉलेज उरई जालौन ने 85.80% अंक पाकर जिले में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। सबसे बड़ी बात यह है की छात्राएं हो या छात्र दोनों ही मेधावी छात्राएं और छात्र आईएएस बनकर समाज और देश की सेवा करना चाहते हैं। मेधावी लड़कियों का कहना है कि छात्राओं की पढ़ाई का शुल्क बिल्कुल नहीं लगना चाहिए। ताकि गरीब से गरीब छात्रा को पढ़ने का अवसर मिल सके क्योंकि आज अर्थ योग है। महिला सशक्तिकरण तभी होगा जब महिला आर्थिक रूप से मजबूत होगी। प्रियांशी और वर्षा तथा पारुल गरीब किंतु मेधावी छात्राओं की हर तरह से मदद करना चाहती हैं। वही मेधावी छात्र तथा जिले में इंटर की परीक्षा में अव्वल आए सुमित सिंह चौहान तथा हेमेंद्र दीक्षित आईएएस बनकर समाज की सेवा करना चाहते हैं। चाहे छात्रा हो या छात्र दोनों का मानना यह है कि डीएम जिले का मुखिया होता है। उसके पास बहुत पावर होती है। यदि वह चाहे तो गरीबों और छात्राओं जो मेधावी हैं उनका भविष्य बना सकता है। प्रियांशी की मां रीना श्रीवास्तव पिता विनय प्रकाश श्रीवास्तव और छोटे भाई मुन्ना ने बताया की प्रियांशी जब पड़ती है तो पूरी तरह पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर देती है। प्रियांशी ने कहा कि वह विद्यालय के बाद 4 से 5 घंटे रोज पड़ती है। इसी से उसको यह सफलता मिली है। द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली वर्षा सिंह के पिता बृजेश कुमार एवं माता सविता सिंह ने बताया की वर्षा का ध्यान ज्यादातर पढ़ाई पर रहता है। उसके पिता बृजेश ने बताया कि वह नगर पालिका उरई में सफाई कर्मियों के सुपरवाइजर हैं। अभी तक मोहल्ले में दूसरे के बच्चों को जिले में पहला या दूसरा स्थान पाते सुनती थी। आज पहली बार उनकी बेटी ने यह कर दिखाया है तो वह एवं उनकी पत्नी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। विद्यालय में तीसरा स्थान पाने वाली पारुल विश्वकर्मा ने कहा कि वह चाहती हैं कि महिलाओं का सशक्तिकरण हो इसके लिए प्रत्येक बालिका को जितना पढ़ना चाहे उसकी स्कूल एवं कॉलेज में फीस माफ होनी चाहिए। तभी सभी लड़कियां ज्ञान अर्जित कर पाएंगी और आर्थिक रूप से मजबूत हो पाएंगी।