वित्त विहीन शिक्षकों ने मौन धरना देकर बरेली के जिला विद्यालय निरीक्षक को दिया ज्ञापन

शिक्षा शिक्षक बचाओ आग्रह हुंकार आंदोलन
वित्त विहीन शिक्षक महासभा का प्रदेश स्तरीय मौन धरने का तीसरा दिन
अनिल शर्मा़+संजय श्रीवास्तव़+डा0 राकेश द्विवेदी
बरेली। जिला विद्यालय शिक्षक महासभा का अपनी मांगों को लेकर प्रदेश स्तरीय मौन धरने के तीसरे दिन आज 19 अगस्त 2020 को वित्त विहीन शिक्षक महासभा के प्रदेष अध्यक्ष अशोक राठौर के नेतृत्व में शिक्षक नेताओं ने आज जिला विद्यालय निरीक्षक बरेली के कार्यालय में मौन धरना देकर प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने अपना ज्ञापन जिला विद्यालय निरीक्षक डा0 अमर कांत को दिया।
आज अपनी मांगों को लेकर वित्त विहीन शिक्षक महासभा के प्रदेष स्तरीय एक माह के मौन धरने के तत्वावधान में आज तीसरे दिन वित्त विहीन शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक राठौर के नेतृत्व में प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ रेनू मिश्रा, मण्डल अध्यक्ष बरेली सुधीर यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष ए ए खान, जिलाध्यक्ष बरेली टी आर गंगवार, कार्यकारी जिलाध्यक्ष मुनीस मिश्रा, महानगर अध्यक्ष ब्रजेष पाण्डेय, महासचिव बरेली प्रवीण सक्सेना, मीडिया प्रभारी योगेन्द्र शर्मा, राम निवास मिश्रा, दिनेष आनन्द गिरि, अनुराग पाराषरी, विनीत यादव, सुधीर वर्मा, देवेन्द्र गुप्ता, रमेष चन्द्र, पे्रमपाल यादव, शोभाराम प्रजापति, डा0 अनवर हुसैन, विजय बहादुर सक्सेना, सूरजपाल सक्सेना, प्रवीण पाण्डेय, पी सी गंगवार, सुनील शर्मा सहित सैकड़ों षिक्षक पदाधिकारी व वित्त विहीन षिक्षक मौजूद थे।
इसके बाद प्रदेश स्तरीय नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार राठौर के नेतृत्व में जिला विद्यालय निरीक्षक डा0 अमर कांत को ज्ञापन दिया। इस अवसर पर ज्ञापन में कहा गया है कि यह प्रदेश व्यापी आन्दोलन शिक्षा शिक्षक बचाओं आग्रह और हुंकार आन्दोलन है। जो 17 अगस्त 2020 से शुरू हुआ है। आज तीसरे दिन हम बरेली में हैं। कोरोना महामारी के कारण पूरे प्रदेश के वित्त विहीन विद्यालय बन्द हैं। पांच माह से छात्र छात्राओं की फीस नहीं आ रही है। शिक्षकों और स्टाफ को वेतन न मिलने के कारण शिक्षक स्टाफ और उनके परिजन लगभग साढ़े इक्कीस लाख परिजन भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। शिक्षक और स्टाफ भुखमरी के कारण आत्महत्या करने को मजबूर हो रहा है। लेकिन सरकार इन स्थितियों की अनदेखी कर रही है।
प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार मिश्रा ने कहा कि सरकार को वित्त विहीन शिक्षकों को तत्काल 15 हजार रुपए मासिक उपलब्ध कराना चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार राठौर और महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रेनू मिश्रा ने कहा कि सरकार का वित्त विहीन शिक्षकों के साथ भेदभाव अन्यायपूर्ण है। वित्त विहीन शिक्षक और स्टाफ भी इंसान है हमें भी अन्न की आवष्यकता है। इसलिए सरकार को वित्त विहीन शिक्षक और स्टाफ के परिवारों के बारे में अवष्य सोचना चाहिए। नही ंतो मजबूर हो कर वित्त विहीन साढ़े तीन लाख शिक्षक व अस्सी हजार स्टाफ अपना आंदोलन लगातार जारी रखने को मजबूर होगा।
बरेली मण्डल के अध्यक्ष सुधीर यादव ने कहा कि सरकार ने वित्त विहीन शिक्षकों की लगातार अनदेखी की है। उन्हें न तो कोई मासिक मानदेय देने की घोषणा की और न ही कोरोना काल में कोई राहत पैकेज देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा सरकार को वित्त विहीन शिक्षकों का दर्द तत्काल समझना चाहिए और उन्हें मासिक धनराषि की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि प्रदेश में शिक्षा और शिक्षक दोनों को बचाया जा सके।
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