विश्व साईकल दिवस पर विशेष

नेत्रहीन सोशल एक्टिविस्ट जयकिशन अग्रवाल ने पीएम को पत्र लिखकर साईकल से जीएसटी हटाने की मांग की
ईरिक्शा पर 5 प्रतिशत और साईकल पर है 12 प्रतिशत जीएसटी
ग़रीबों के इस वाहन साईकल पर मिले सब्सिडी
स्वास्थ के मामले में साईकल गरीब और अमीर में भेद नहीं करती
अनिल शर्मा+संजय श्रीवास्तव+डॉ. राकेश द्विवेदी
दिल्ली: दिल्ली की चांदनी चौक के निवासी प्रसिद्ध नेत्रहीन सोशल एक्टिविस्ट जयकिशन अग्रवाल ने आज विश्व साईकल दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र एवम ट्विटर के माध्यम से मांग की है की साईकल व्यक्ति के स्वास्थ की हर तरह से रक्षा करती है। इसलिए साईकल पर जो 12 प्रतिशत जीएसटी है उसे तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। साथ ही इसे गरीबों की सवारी के रूप में जाना जाता है। इसलिए साईकल खरीदने पर सब्सिडी दी जाए और उसे टैक्स मुक्त किया जाए।
प्रधानमंत्री को भेजे अपने ट्वीट तथा पत्र में प्रसिद्ध नेत्रहीन सोशल एक्टिविस्ट चांदनी चौक दिल्ली निवासी जयकिशन अग्रवाल ने बताया है कि साईकल का अविष्कार 1817 में हुआ था। साईकल तेल की खपत को कम करती है। ये कम दाम का तेज, सरल, सस्ता, विश्वसनीय, स्वास्थ्य, स्वच्छ एवं पर्यावरण के अनुकूल वाहन है। पूरे विश्व मे इस समय लगभग दो अरब सायकलें चल रही हैं। बच्चे, विद्यार्थी, प्रशासनिक अधिकारी, पेशेवर, मजदूर और बुजुर्ग अपनी अपनी परिधि में साईकल का उपयोग करते हैं। सेना अपने संचार, सैनिक परीक्षण, सेना की टुकड़ी का संचालन करने के लिए साईकल का उपयोग शुरू से करती आ रही है। इसी तरह डाक विभाग भी पूरे देश में पार्सल, रजिस्ट्री अन्य डाक बांटने के लिए साईकल का प्रयोग करती आ रही है। साईकल का उपयोग माउंटेन बाइकिंग, दौड़, पर्यटन, शारीरिक तंदरुस्ती के लिए किया जाता है। विदेशों में साइकिलिंग के अनेकों आयोजन किये जाते हैं। जिनमे टूर दी फ्रांस, टूर दी पोलोना, इटली मे, स्पेन मे, यूरोप के तमाम देशों में साईकल के काफी भव्य कार्यक्रम किये जाते हैं। सबसे बड़ी बात विश्व ओलंपिक और एशियाड में भी साईकल की कई प्रतियोगिताएं होती हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि विश्व मे हुए अनेक शोधों से पता चला है कि साईकल का उपयोग करने वालो को गहरी नींद आती है। ह्रदय रोग का खतरा कम होता है। वजन कम हो जाता है, जो आज एक आम समस्या है। शरीर की चर्बी कम हो जाती है। तंदुरुस्ती, सहनशक्ति व व्यक्ति की ताकत बढ़ती है, ऊर्जा में वृद्धि होती है और मांशपेशियां बढ़ती हैं। महानगरों में पर्यावरण सुधारने, प्रदूषण कम करने तथा भीड़ कम करने के लिए साईकल एक उपयोगी वाहन है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, मनसुख मंडाविया एक सांसद के नाते दिल्ली स्थित अपने घर से सांसद भवन तक साईकल से आते रहे हैं। केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन 03/06/2019 को विश्व साईकल दिवस पर अपने घर तीस हजारी मार्ग से निर्माण भवन मंत्रालय तक मंत्री पद का कार्यभार ग्रहण करने के लिए साईकल से गये थे। इसी तरह स्वास्थ मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने WHO, SCRAO के स्वास्थ्य मंत्रियों की दिल्ली में हुई बैठक मे विश्व के कई स्वास्थ मंत्रियों के साथ तीस हजारी मार्ग से बीकाजीकामा पैलेस तक साईकल से यात्रा की थी। इसी तरह केंद्रीय मंत्री किरण रिजजू ने आपके आह्वान पर(प्रधानमंत्री) क्विट इंडिया मूवमेंट के ऐतिहासिक दिन पर दिल्ली की सड़कों पर साईकल से यात्रा की थी। ये साईकल प्रसिद्ध फिल्मी कलाकार सलमान खान ने उन्हें भेंट की थी।
प्रसिद्ध नेत्रहीन एक्टिसिस्ट जयकिशन अग्रवाल ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री को लिखा है कि बड़े दुख की बात है कि भारत सरकार ने साईकल पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगाया है। जबकि विश्व के कई देशों में साईकल पर कोई टैक्स नही लगता है। यह दुख उस समय और बढ़ जाता है जब बैटरी चालित ईरिकश पर भारत सरकार ने 5 प्रतिशत जीएसटी लगाया हुआ है। जबकि मानव श्रम से चलने वाली साईकल पर जीएसटी 12 प्रतिशत है। श्री अग्रवाल ने पत्र में बताया है कि जीएसटी आने के पहले कई राज्यों ने साईकल पर कोई वैट(VAT) नहीं लगाया था। यहां पर यह भी उल्लेख करना ज़रूरी है कि प्रतिवर्ष केंद्र एवम राज्य सरकारें, छात्र-छात्राओं को साइकिलें निःशुल्क वितरण करती हैं। भले ही साईकल गरीबों की सवारी मानी जाती हो पर सेहत के मामले मे गरीबों और अमीरों में कोई भेद भाव नहीं रखती है। इसलिए साईकल पर कोई टैक्स नहीं लगाया जाना चाहिए क्योंकि इसके उपयोग के माध्यम से पर्यावरण को स्वच्छ एवम प्रदूषण कम किया जा सकता है। श्री अग्रवाल ने श्री मोदी से अनुरोध किया कि साईकल पर टैक्स तो होना ही नहीं चाहिए बल्कि इसे खरीदने वालों को सब्सिडी भी मिलनी चाहिए।
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