शहद से भी मीठा बोल रहे हैं पीएम मोदी, भरोसा नहीं होता : राकेश टिकैत

यंग भारत ब्यूरो
दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून वापस लिए जाने का ऐलान ने कर दिया है। पीएम मोदी की ओर से तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने का ऐलान किये जाने के बाद भी किसानों का आन्दोलन कब खत्म होगा, यह सबसे बड़ा सवाला है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकारी टीवी से घोषणा हुई है। अगर कल बातचीत करनी पड़े तो किससे करेंगे? उन्होंने कहा कि हमंे विश्वास नहीं हो रहा है। राकेश टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री को इतना मीठा भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 750 किसान शहीद हुए, 10 हजार मुकदमे हैं। बगैर बातचीत के कैसे चले जाएं। शहीद किसान और मुकदमों का क्या होगा। प्रधानमंत्री ने इतनी मीठी भाषा का उपयोग किया कि शहद को भी फेल कर दिया। हलवाई को तो ततैया भी नहीं काटता है। वह ऐसे ही मक्खियों को उड़ाता रहता है।
राकेश टिकैत ने कहा कि जो मीठी भाषा का इस्तेमाल हो रहा है, उसको बातचीत में डाल दो। राज्यों में विधानसभा चुनाव करीब देख पीएम ने कानून वापसी का ऐलान किया? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें क्या पता क्या वजह है। विधानसभा चुनाव की आहट तो सभी सियासी दलों में हैं। वापस लेने की वजह में हम नहीं जानना चाहते. हम चाहते हैं कि हमारा काम हो जाये। किसानो के हित में बात हो। राकेश टिकैत ने कहा कि हमें भी प्रधानमंत्री ने एक दम से झटका मारा है। अपने लोगों से भी सलाह नहीं लेते वे तो। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ा दो बस। बिना एमएसपी बढ़े हमारी बात पूरी नहीं हो रही है। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार बिना फंसे कहां बात मान रही है। अगर सरकार बिना फंसे मान जाती हो तो हमें बता दो। उन्होंने साथ ही ये भी जोड़ा कि हम तो पूंछ अटका कर रखेंगे। किसानो की बात माननी होगी।
पीएम मोदी की घोषणा के बारे में राकेश टिकैत ने कहा कि 11 दौर की जब बात होती थी तो ये भी कहा जाता था कि तीनों कानून के बाद एमएसपी पर बातचीत करेंगे। ये बातचीत कमेटी के जरिए होगी। उन्होंने दावा किया कि आधे रेट में फसल बिक रही है तो हम क्यों बेचें आधे रेट में। हमने तो अभी स्वामीनाथन कमेटी की बात ही नहीं की है। राकेश टिकैत ने कहा कि अभी तो एमएसपी तय करने का मेकैनिज्म भी सही नहीं है। उन्हांेने कहा कि एमएसपी पर हम तो यही कह रहे हैं कि उस पर एक गारंटी कानून बना दो।
आंदोलन पर आज होगा फैसला
किसान आंदोलन क्या समाप्त होगा, होगा तो कब होगा. इन सब सवालों पर राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की मीटिंग आज सिंघु बॉर्डर पर होगी। ये सारे एजेंडे रहेंगे जो हमने बातचीत की है। उन्होंने आगे कहा कि हमने कहा है कि एमएसपी तो करोगे। क्या सरकार लूटने का काम करेगी क्या। राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा तय करेगा कि हम कब वापस जाएंगे।
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