समाजसेवी नीलम बजाज रोज बांटती हैं अपने बनाये मास्क गरीबों को

समाजसेवी नीलम बजाज से बातचीत करते हुए अनिल शर्मा-निदेशक(यंग भारत)

अबतक गरीबों को लगभग 7 हजार मास्क कर चुकी हैं वितरित
झाँसी: झाँसी की सिविल लाइन्स निवासी समाजसेवी नीलम बजाज जो एम.ए, बी.एड हैं और एक प्राइवेट कम्पनी में काम करती हैं। और वहां से आने के बाद घर का काम निपटाती हैं। पति संजीव बजाज जो एल.आई.सी में एजेंट हैं और एक बेटी पुरवा जो वनस्थली विद्यापीठ राजस्थान में बी.बी.ए कर रही है। वो वहीं हॉस्टल में रहती है। नीलम बजाज स्वभाव से समाजसेवी हैं। क्योंकि वे थक हारकर शाम को जब अपने ऑफिस से लौटती हैं। तो शाम 7 बजे से लेकर 12-1 बजे रात तक जबसे कोरोना वायरस की वजह से देश मे बीती 25 मार्च से लॉक डाउन लगा था। तबसे 5 से 6 घंटे प्रतिदिन मास्क बनाने का काम करती हैं। इसकी प्रेरणा उन्हें अपनी मित्र मेनका सोनी जो यूएस में सीएटल में रहती हैं और वे समाज के गरीब लोगों के सहयोग और उत्थान के लिए ravishing hope foundation के लिए अपनी मित्र के साथ मिलकर काम करती हैं। नीलम बजाज ने बताया वो बाजार से मास्क के लिए कपड़ा खरीदकर लाती हैं। घर में कटिंग करती हैं और फिर सिलाई करती हैं। वे बताती हैं कि 5 घंटो में 35 से 50 मास्क प्रतिदिन बना लेती हैं। और घरों में काम करने आने वाली महरी, सड़क पर झाड़ू लगाने वाले सफाईकर्मी, ठेले पर सब्जी बेचने वाले, चाय बेचने वाले, फल बेचने वाले तमाम गरीब लोगों को प्रतिदिन कोरोना से बचने के लिए फ्री में मास्क का वितरण करती हैं। वे समाजसेवी डॉ. संजय सिंह के माध्यम से प्रतिदिन गरीबों को मास्क वितरित करवाती हैं। वो अबतक अपने स्वयं के खर्चे से लगभग 7 हजार मास्क गरीब लोगों और घरों में काम करने वाली महिलाओं को वितरित कर चुकी हैं।