सांसद भानुप्रताप वर्मा ने संघ के अधिकारियों के मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा बरती गई ढिलाई पर नाराजगी जताई

सांसद ने कहा जब संघ के बड़े पदाधिकारियों के मामले में कोतवाली का यह ढीला रवैय्या है तो आम जन के साथ क्या होता होगा
पूर्व प्राचार्य अरुण कुमार श्रीवास्तव के विरुद्ध आईपीसी की धारा 386, 406, 506 तथा आईटी एक्ट 67 के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया
उनके रिश्तेदार चित्रांश विकास श्रीवास्तव के विरुद्ध 386, 506 और आईटी एक्ट तहत मुकदमा दर्ज हुआ था
एस.पी डॉ. सतीश कुमार ने दिए थे तत्काल गिरफ्तारी के आदेश
यंग भारत से कोतवाल शिवगोपाल वर्मा ने कहा कि कोतवाली में तो लोगों का आना जाना लगा रहता है, लेन देन का मामला है जांच के बाद होगी गिरफ्तारी
अनिल शर्मा+संजय श्रीवास्तव+डॉ. राकेश द्विवेदी
उरई: भजापा के सांसद भानुप्रताप वर्मा ने इस बात पर तीखी नाराजगी जताई है कि संघ के जिला प्रचारक दीपक जी और नगर कार्यवाह ब्रह्मानंद खरे के द्वारा कोतवाली उरई में कल चौदह जून को पूर्व प्राचार्य अरुण कुमार श्रीवास्तव और उनके रिश्तेदार चित्रांश विकास श्रीवास्तव के विरुद्ध जो भयादोहन, जान से मारने की धमकी, अरुण कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ अमानत में खयानत तथा आईटी की धारा 67 के तहत चित्रांश विकास श्रीवास्तव के विरुद्ध जो मुकदमा दर्ज कराया गया था। इतनी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद पूर्व प्राचार्य को कोतवाली पुलिस द्वारा गिरफ्तार करना तो दूर ऐसी ढील दी गयी जिससे आरोपी पूर्व प्राचार्य गायब हो गया। जबकि चर्चा ये है कि उनका रिश्तेदार और आरोपी चित्रांश विकास श्रीवास्तव कोतवाली आया था। लेकिन दो घंटे बाद वो वहां से चला गया। सांसद श्री वर्मा ने यंग भारत से आज शाम झाँसी में वार्ता करते हुए कहा कि कोतवाली पुलिस की इस गंभीर लापरवाही के बारे में वे पुलिस अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार से वार्ता करेंगे। और ये चाहेंगे कि गंभीर धाराओं में दोनों आरोपियों की शीघ्र से शीघ्र गिरफ्तारी हो। उधर एस.पी डॉ. सतीश कुमार ने संघ के नगर कार्यवाह ब्रह्मानंद खरे और जिला प्रचारक दीपक जी के प्रकरण में गंभीर धाराओं में दर्ज मुकदमे को गंभीरता से लेते हुए कोतवाल शिवगोपाल वर्मा को कल रात तक दोनों आरोपियों को तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। इस संबंध में जब यंग भारत ने कोतवाल शिवगोपाल वर्मा से पूर्व प्राचार्य अरुण कुमार श्रीवास्तव और उनके रिश्तेदार चित्रांश विकास श्रीवास्तव की गिरफ्तारी के बारे ने पूछा तो उन्होंने कहा अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। यह पूछे जाने पर की शहर में ये चर्चा आम है कि आरोपी चित्रांश विकास श्रीवास्तव 14 तरीक की रात 12 बजे से 02 बजे तक कोतवाली में रहा। इसपर कोतवाल ने कहा ये कोतवाली है यहां लोगों का आना जाना लगा रहता है। चूंकि लेन देन का मामला है और आईटी एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज है। इसलिए पुलिस इस मामले में गंभीरता से जांच करेगी। उसके बाद गिरफ्तारी होगी।
मालूम हो कि संघ के नगर कार्यवाह ब्रह्मानंद खरे से सत्ताईस लाख रुपए जो उधार पूर्व प्राचार्य अरुण कुमार श्रीवास्तव ने लिए थे। और प्रतिष्ठित व्यक्तियों के बीच यह लिखकर दिया था कि माह मार्च में और कुछ अप्रैल माह 2020 में पूरे सत्ताईस लाख रुपए का बकाया वो ब्रह्मानंद खरे को चुका देंगे। लेकिन मार्च, अप्रैल और मई माह बीत जाने के बाद माह जून की 12 तारीख बीत तक जब पूर्व प्राचार्य ने अपने लिखित वादे के बाद भी जब उधार का एक भी पैसा नहीं चुकाया तो 13 तरीक की सुबह ब्रह्मानंद खरे संघ के जिला कार्यालय पहुंचे और जिला प्रचारक दीपक जी को पूरी बात बताई। इस पर जिला प्रचारक ने पूर्व प्राचार्य अरुण श्रीवास्तव को फोन पर कहा कि जो आपने लिखित वादा किया था वो अबतक क्यों नहीं पूरा किया। इतना सुनते ही कुछ ही देर में पूर्व प्राचार्य अरुण श्रीवास्तव अपने दो अज्ञात लोगों के साथ संघ के जिला कार्यालय आ धमके और कहा कि सत्ताईस लाख में मैं तुम दोनों का काम तमाम करवा दूंगा। और तुमको एक पैसा भी नहीं दूंगा। जब उन्हें समझाने की कोशिश की गई तो वे गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए। इसके बाद जिला प्रचारक ने उनसे नगर कार्यवाह के जो उधार रुपए मांगे थे उसका ऑडियो टेप कितना उधार लिया गया और कितना वापिस दिया गया उसका पर्चा तथा प्रतिष्ठित लोगों की मौजूदगी में पूर्व प्राचार्य अरुण कुमार श्रीवास्तव ने जो नगर कार्यवाह ब्रह्मानंद खरे को माह मार्च और अप्रैल 2020 में जो लिखकर रुपया वापिस देने का वादा किया था वह पत्र सहित सारी सामग्री अपने रिश्तेदार चित्रांश विकास श्रीवास्तव को दे दी। जिसके बाद चित्रांश विकास श्रीवास्तव ने अपनी फसेबुक पर जिला प्रचारक को बदनाम करने की साजिश के तहत एक के बाद एक पोस्ट डालनी शुरू कर दी। सार्वजनिक जीवन मे होने के कारण हर व्यक्ति को जिस तरह से अपनी छवि की चिंता होती है। उसी के चलते जिला प्रचारक दीपक जी और नगर कार्यवाह ब्रह्मानंद खरे समझाने के लिए चित्रांश विकास श्रीवास्तव के उरई स्थित घर भी गए। जहां नगर कार्यवाह ब्रह्मानंद खरे ने कोतवाली में दर्ज कराई एफआईआर में कहा है कि तब चित्रांश विकास श्रीवास्तव भड़क गया और दो लाख रुपए की मांग की और यह भी कहा कि फेसबुक पर ऐसा ऐसा लिखूंगा की तुम लोगों के सामने मरने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं बचेगा। इसके बाद कल 14 तारीख को नगर कार्यवाह ब्रह्मानंद खरे ने जो प्रार्थना पत्र कोतवाली पुलिस को दिया था। उसके बाद कोतवाली पुलिस ने ही दोनों आरोपियों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन अज्ञात कारणों के चलते कोतवाली पुलिस ने अबतक दोनो आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है।
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