सीएमओ ने बताया प्रतिदिन कोविड-19 कि जांच की जा रही

22 अगस्त तक 34 हजार के सैम्पुल लिए जा चुके
उरई (जालौन)।कोरोना से जूझते हुए देश को 6 माह से भी ऊपर हो गया हैए लेकिन इसके बचाव के लिए प्रत्येक स्तर पर निरंतर कार्य किया जा रहा है। जिला प्रशासनए स्वास्थ्य विभागए नगर पालिका आदि के साथ पूरे लगातार अभियान चलाया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अल्पना बरतारिया ने बताया कि जनपद में भी अब आरटीपीसी आरए ट्रूननेट व एंटीजन तीनों प्रकार की जांच के माध्यम से प्रतिदिन ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की जा रही है। 22 अगस्त तक 34 हजार से अधिक लोगों का सैंपल लेकर जांच हो चुकी हैए जिसमें अभी तक कुल 1056 लोग पॉजिटिव मिले हैए इसमें 827 लोग सही भी हो चुके है। वर्तमान में जनपद में 233 कोरोना मरीज एक्टिव है। जनपद में मरीजों के इलाज और आइसोलेशन के लिए 2 एल.1 इकाई है 01 जमुना पैलेस 01 मधुवन विला संचालित है। इसके अलावा एलण्2 इकाई राजकीय मेडिकल कॉलेज में संचालित है जहां कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को रखा जा रहा है। जनपद में अब होम आइसोलेशन की भी मंजूरी हो गयी है। जिन कोरोना संक्रमितों को लक्षण नहीं हैंए उन्हें सरकार द्वारा प्रतिपादित गाइडलाइन के अनुसार घर पर आइसोलेट होने की मंजूरी दी जा रही है। वर्तमान में 50 से अधिक लोगों को घरों में आइसोलेट किया गया हैए जिसकी मानीटरिंग प्रशासन के द्वारा की जा रही है। जनपद में होटल श्रीहरि एनेक्सी में भी आइसोलेशन की सुविधा हैए जिसमें आइसोलेशन के लिए शासन द्वारा निर्धारित शुल्क अदा करना होता है। टेलीमेडिसिन, ईण्संजीवनीद्ध ओपीडी सेवा भी संचालित वैश्विक महामारी कोरोना के चलते लोगों को अस्पताल के चक्कर न लगाने पड़ेए इसको ध्यान में रखते हुए घर बैठे चिकित्सीय परामर्श सेवा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा टेलीमेडिसिन ;ईण्संजीवनीद्ध ओपीडी सेवा शुरू की गई है। जिससे अस्पतालों में अनावश्यक भीड़ को नियंत्रित कर कोरोना के खतरे को कम किया जा सके और जन समुदाय को सुलभता और सरलता से परामर्श सेवाएं प्राप्त हो सकें। ईण्संजीवनी एप या वेबसाइट के माध्यम से मरीज खुद का रजिस्ट्रेशन करके ओपीडी सेवा ले सकता है। ईण्संजीवनी एप प्ले स्टोर से डाउनलोड की जा सकती है। जिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है उनके लिए उपकेंद्र स्तरीय हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर पर कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर ;सीएचओद्ध व एएनएम के द्वारा टेबलेट का उपयोग कर ईण्संजीवनी की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस समय 50 हेल्थ वेलनेस सेंटर में यह सुविधा दी जा रही है। कोविडण्19 के साथ मच्छर जनित रोगों से बचाव में लगा मलेरिया विभाग- जहां एक और कोविड-19 से लोग जूझ रहे हैए वही बारिश के मौसम में मच्छर जनित रोगों जैसे मलेरियाए डेंगू के फैलने की संभावना बढ़ जाती है। जिला मलेरिया अधिकारी जीएस स्वर्णकार ने बताया कि शहरी क्षेत्र के 34 वार्डों में टीम बनाकर फागिंग कराई जा रही है। जनवरी से अब तक दो गांवए 48 वार्ड और 57 मोहल्लों में फागिंग कराई जा चुकी है। सोर्स रिडक्शन के काम में 325 टीमें लगी है। टीम ने 5677 घरों का सर्वेक्षण किया है। जहां मच्छर पाए जाने की संभावना पर 165 पात्र खाली कराए है। पांच घरों में मच्छरों के लार्वा मिलने पर उन्हें नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि जनवरी से अब तक 7851 रक्त स्लाइड बनाई गई है। जिसमें 11 केस धनात्मक निकले।
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