स्वयं को बड़ा वकील बताने वाले अनुभवहीन चतुर्वेदी के भूमाफिया गिरोह की उल्टी गिनती शुरू

जिला बाल कारागार की चल रही है जांच।

जेल और नजूल की भूमि में कब्जा जमाने के मामले में सेटिंग करने पहुंचा था कलक्ट्रेट

ईमानदार और दबंग एसडीएम सदर से घूस खोरी के संबंध में करना चाही बात तो उन्होंने बुरी तरह हड़का कर भगाया

अनुभवहीन चतुर्वेदी और रईस आदि के विरुद्ध एसडीएम सत्येंद्र सिंह कर रहे हैं गहराई से जांच

बिलबिलाए हुए हैं भूमाफिया

मनचाही जांच रिपोर्ट न लग पाने के कारण डीएम और एसडीएम सदर के खिलाफ निकाल रहा है अपनी भड़ास

उरई मुख्यालय में खासतौर पर सीओ सिटी जो ट्रांसफर के बाद भी रिलीवर न आने के कारण चार्ज पर हैं। उनके और लेनदेन के आदी कुछ अन्य अधिकारियों के संरक्षण में अनुभवहीन चतुर्वेदी उर्फ भूमि चोर के गिरोह ने जमकर लाभ कमाया। और गरीब कमजोर तथा शरीफ टाइप के लोगों की जमीनों, मकान आदि के साथ साथ सरकारी भूमियों पर भी मिलीभगत के फलस्वरूप हथिया कर खासा रौब ग़ालिब कर लिया था। जीवन भर साईकल और पैदल-पैदल सड़कें नापने वाले पुराने भूमाफिया अनुभवहीन के पिता सीला चतुर्वेदी ने तो आर्थिक तंगी में ही दिन काटे। और आर्थिक विपन्नता की स्थिति में ही अपने विरुद्ध दर्ज हुए भूमाफिया गीरी के लगभग एक दर्जन मुकदमों की पैरवी भी करते रहे।

लेकिन जबसे इनके कुटिल बुद्धि पुत्र अनुभवहीन चतुर्वेदी ने भूमि हड़पु गिरोह का संचालन शुरू किया और लोगों को सताकर पैसा बनाया तो इनके दिन ही बदल गए। वर्तमान में यह भूमाफिया परिवार अपने पुराने घर का विस्तार करके उसको सुसज्जित कराकर ऐश से रहता है। और हराम की दौलत से लक्ज़री गाड़ियों से सड़कों पर गुजरता है तो लोग हैरत से देखते हैं। और कहते हैं कि देखो साईकल छाप भूमाफिया अब कितने ठाठ दिखा रहा है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक भूमि हड़पने संबंधी अनेक मुकदमा धारी अनुभवहीन चतुर्वेदी बीते दिवस कलक्ट्रेट पहुंचा और एसडीएम सदर सत्येंद्र सिंह के कक्ष में पहुंचकर एसडीएम द्वारा उसके एवम उसके गिरोह के लोगों के विरुद्ध जिला कारागार तथा नजूल की भूमि को अवैध रूप से हथियाने के मामले की जो जांच एसडीएम सदर के द्वारा की जा रही है। उसकी जांच रिपोर्ट की प्रति देने की मांग करने लगा। भूमाफिया का इतना हौसला देखकर ईमानदार अधिकारी को ताव आ गया। और उन्होंने उसे बुरी तरह डांटा। जिस कारण बड़े प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से अपने लेनदेन के संबंधों का प्रचार करने वाला अनुभवहीन चतुर्वेदी ही नहीं उसके साथ आये उसके गिरोह के साथी भी न सिर्फ सिहर गए बल्कि काफी अपमानित भी हुए। क्योंकि अभी तो लेनदेन करने वाले अधिकारियों के बूते पर कलक्ट्रेट में उसकी काफी चलती थी। लेकिन अब माहौल बदल गया है और उसने एसडीएम सदर के रूप में गलत नम्बर को डायल कर दिया। तो उन्होंने उसे जोर का झटका देकर औकात बता दी। बुरे पैसे का उपभोग करके अनुभवहीन चतुर्वेदी चूंकि काफी घमंडी हो गया है। दिनभर कोर्ट और अन्य स्थानों पर लंबी डींगें हांकते हुए घूमता है। तो जब यह बात लोगों को पता चली और उसके जानने वालों ने इस बाबत पूछा तो घमंडी अनुभवहीन ने अपनी हांकते हुए और अपमान को छुपाने के इरादे से डायलॉग बाजी शुरू कर दी। बोला कि मेरी ऊपर तक अधिकारियों में सेटिंग है ही बल्कि नेता भी मेरा पैसा खाते हैं। मैं तो गड्डियां फेंक कर जेल की जांच को अपने पक्ष में करवा ही लूंगा और एसडीएम सदर सत्येंद्र सिंह के साथ साथ जिलाधिकारी डॉ. मन्नान अख्तर के विरुद्ध भी अपनी भड़ास निकालने लगा। तो लोग जो उसकी असली औकात जानते हैं वे उसका उपहास करते हुए चले गए। लेकिन इस खबर को सुनकर लोग कह उठे हैं कि अनुभवहीन चतुर्वेदी एडवोकेट की अब उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अब उसको और उसके गिरोह को अपने कर्मों का फल शीघ्र मिलेगा। और जब ये सब जेल जाएंगे तब इन्हें स्वयं अपनी असली औकात समझ में आ जायेगी।

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