5 अगस्त को भव्य श्रीराम मन्दिर निर्माण में भूमि पूजन के दिन 51 खास अनुष्ठान होंगे

देश की पवित्र नदियों के जल तथा तीर्थों की मिट्टी को नींव में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच डाला जाएगा
3 अगस्त से वैदिक आचार्यों के निर्देशन में पंचांग पूजन का कार्य शुभारम्भ किया जाएगा
3 अगस्त से ही अयोघ्या के मन्दिरों में अनुष्ठान के साथ-साथ अखण्ड राम चरित मानस का पाठ होगा, जिसकी पूर्णाहुति 4 अगस्त को होगी
4 अगस्त को पुनः रामाचार्य का पूजन किया जाएगा
5 अगस्त को भूमि पूजन के निर्धारित मुहूर्त पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 12ः30 बजे तक कीर्तन का आयोजन होगा
अनिल शर्मा़+संजय श्रीवास्तव़+डा0 राकेश द्विवेदी

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन से पहले 3 अगस्त से ही धार्मिक अनुष्ठान प्रारम्भ हो जाएंगे। 3 अगस्त से भूमि पूजन स्थल पर वैदिक आचार्योें के निर्देशन में पंचांग पूजन का शुभारम्भ किया जाएगा। इसी दिन अयोध्या के सभी मन्दिरों में अखण्ड राम चरित मानस का पाठ होगा। पूर्णाहुति 4 अगस्त को होगी। इस संबंध में यंग भारत को जानकारी देते हुए श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि 4 अगस्त को पुनः रामाचार्य का पूजन किया जाएगा। इसके बाद 5 अगस्त को भूमि पूजन के निर्धारित मुहूर्त पर पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 12ः30 तक हरि कीर्तन किया जाएगा।
अयोध्या के प्रत्येक मन्दिर व घर में यह आयोजन सुनिष्चित कराने के लिए विहिप के केन्द्रीय पदाधिकारी व संतो की टीम स्थान स्थान पर योजनावद्ध ढंग से सम्पर्क कर रही है। यह टीम यह भी बता रही है, कि 500 वर्षाें की प्रतीक्षा के बाद यह शुभ घड़ी आई है। इसलिए अधिक से अधिक स्थानों पर इस दौरान हरि कीर्तन होना चाहिए। राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव और विष्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने विहिप की सभी प्रान्तीय इकाइयों को भेजे संदेष में कहा है कि 1984 से प्रारम्भ हुए राम मन्दिर आन्दोलन में लाखों भक्तों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सहयोग प्राप्त हुआ है। सभी की स्वाभाविक इच्छा होगी कि वे भूमि पूजन के इतिहासिक व पवित्र अवसर पर प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित रहें। लेकिन कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न परिस्थितियों में ऐसा संभव नहीं है।
प्रधानमंत्री इस ऐतिहासिक प्रसंग पर अयोध्या आकर श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण का कार्य तीब्र गति से प्रारम्भ करा दें। इसलिए भूमि पूजन आवष्यक है। ऐसे में सभी रामभक्तों से अनुरोध है कि वे अयोध्या आने के लिए परेषान न हों। सभी अपने स्थान पर दूरदर्षन तथा विभिन्न चैनलों पर सभी प्रसारण देखें और सायं अपने घर पर दीपक जलाकर उत्सव मनाएं। भविष्य में किसी उचित अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण यज्ञ में सभी राम भक्तों को सम्मिलित होने का अवसर मिलेगा।
श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर के भूमि पूजन के लिए आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नगर निगम के माध्यम से अयोध्या महानगर के विकास की चाभी अयोध्या महानगर पालिका के मेयर भेंट करेंगे। देष की पवित्र नदियों से लाया गया जल तथा तीर्थों से लाई गई मिट्टी को 51 अनुष्ठानों के साथ भूमि पूजन के दौरान नींव में अर्पित किया जाएगा।

संजय श्रीवास्तव-प्रधानसम्पादक एवम स्वत्वाधिकारी, अनिल शर्मा- निदेशक, डॉ. राकेश द्विवेदी- सम्पादक, शिवम श्रीवास्तव- जी.एम.

सुझाव एवम शिकायत- प्रधानसम्पादक 9415055318(W), 8887963126