सीवेज के गंदे पानी से कोरोना वायरस फैलने का चलेगा पता
अमर भारती : पोलियो कार्यक्रम से सीख लेते हुए सीवेज के गंदे पानी की जांच की जाएगी। इससे पता चलेगा, कोरोना कम्युनिटी में कितना फैला है। अमेरिका के नॉत्रडेम यूनिवर्सिटी के काइले जेम्स बिबी के नेतृत्व में 50 शोधकर्ता इस पर काम कर रहे है। आईआईटी, गांधीनगर के अर्थ साइंस विभाग के मनीष कुमार बताते हैं,
मौजूदा जांच से कोरोना के फैलने का अंदाजा नहीं होता। लक्षण दिखने में भी तीन से 15 दिन लगते हैं। तब तक बहुत देर हो जाएगी। ऐसे में अपशिष्ट की जांच कर फैलने का पता आसानी से लगा सकते हैं। पोलियो में ऐसा हो चुका है। ट्रांजेशनल हेल्थ साइंसेज एंड टेक्नॉलॉजी इंस्टीट्यूट, फरीदाबाद की ईडी गगनदीप कांग बताती हैं कि अपशिष्टों की जांच से बहुत कुछ संभव है और पोलियो की तर्ज पर ही इसे देशभर में लागू करना चाहिए।